दो विभागो के बीच जूझता ट्रैक्टर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विगत दिवस यह मामले को वन परिक्षेत्र अधिकारी जयसिंहनगर के द्वारा वाहन मालिकों से सांठ गांठ बनाकर प्रकरण को खनिज के सुपुर्द कर दिया गया, इस प्रकरण में वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश पटेल अपने अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ाते एवं आरोपियों को बचाते नजर आ रहे हैं, यही नही बल्कि वन परिक्षेत्र के अधिकारी द्वारा फोन ना उठाना यह साफ जाहिर कर रहा है कि कही ना कही इनकी कार्यवाही में चूक है मुख्य वन संरक्षक को इसकी जांच स्वयं करवानी चाहिए तभी तो पता चलेगा की रेता जंगल से निकली है या राजस्व से तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा। जब सभी विभाग का अपना कार्य वाही का दायरा है तो फिर वाहन पकड़कर कार्यवाही करने की वजाय दूसरे विभाग को वाहन सुपुर्दगी एवं अपने आप को बचाने का मामला कही ना कही संसय उत्पन्न कर रहा है सूत्रों के अनुसार यह रेता कनाड़ी बीट से लगभग 50 ट्राली का उत्खनन एवं परिवहन किया गया हैं। अब देखना यह है कि आरोपियों को बचाने वाले रेंजर पर मुख्य वन संरक्षक क्या कार्यवाही करते हैं।
प्रशासनिक प्रक्रिया
उक्त विषय को लेकर जब वन मंडलाधिकारी को फोन लगाया गया तो उनके द्वारा फोन उठाना मुनासिब नहीं समझ गया।
मुकुल सिंह ठाकुर
वनमण्डलाधिकारी जयसिंहनगर

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