बीएमओ दीवान क्या निभा पाएंगे जिम्मेवारी
सिविल स्वास्थ्य केन्द्र जयसिंहनगर में पदस्थ वर्तमान बीएमओ केएल. दीवान का रूख जहाँ उनके दायित्व निर्वहन को लेकर एक अलग ही अंदेशा अपने आप में समेटे हुए है तो वहीं सूत्रों से जो जानकारी मिली उसके अनुसार स्वास्थ्य चिकित्सा की बेहतरी में भी इनका रिजल्ट उम्मीद से कम ही रहा है, जबकि शासन की जहाँ एक नीति है कि स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक 24 घण्टे उपलब्ध रहने चाहिए, वहीं बीएमओ केएल. दीवान पर एक यह भी प्रश्न उठ रहा है कि क्या वर्तमान में इलाज की बेहतरी का इनका क्या प्लॉन होगा और अपने अतिरिक्त केवल एक अन्य डॉक्टर के सहारे क्या इनके द्वारा 24 घण्टे शहरी क्षेत्र सहित सैकड़ों ग्राम के आश्रित ग्रामीण रोगी/घायलों को बेहतरीन प्राथमिक उपचार के साथ ही अच्छी चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी या फिर डॉ तिवारी के समकक्ष किन्हीं अन्य योग्य व ईमानदार चिकित्सक को क्षेत्रीय चिकित्सा सुविधा हेतु उपलब्ध कराने में ये अपनी भूमिका अदा कर पाएंगे, ये तमाम सवालात् वर्तमान बीएमओ के प्रति जन-मानस में हैं, लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ये सवाल इसलिये भी खण्ड चिकित्सा अधिकारी पर लग रहे हैं क्योंकि कुछ गम्भीर मामलों में मरीजों/रोगियों को प्राप्त होने वाली सुविधाओं की उपलब्धता में इनकी सक्रियता शून्य के ही लगभग ही रही है।
यद्यपि जहाँ सिविल स्वास्थ्य केन्द्र की वर्तमान व्यवस्था पर बीएमओ दीवान पर प्रश्न उठ रहे हैं वहीं यह भी नकारा नहीं जा सकता कि चिकित्सकों के अभाव में व कार्य दायित्व के प्रति उपलब्ध केवल दो चिकित्सकों की उदासीनता से त्राहिमाम् की भावी परिस्थिति परिलक्षित हो रही है।

إرسال تعليق