जानकारी के अनुसार, जमुना कोतमा क्षेत्र के कोल ट्रांसपोर्ट वाहनों व जैतहरी स्थित पावर प्लांट से जुड़े परिवहन वाहनों द्वारा लगातार प्रदूषण फैलने से वार्डवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर क्षेत्रवासियों ने कई बार लिखित एवं मौखिक शिकायतें प्रशासन को दीं, किंतु कोई ठोस कार्यवाही न होने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इधर, वार्ड क्रमांक 11 में पानी टंकी का निर्माण कार्य बिना किसी कारण रोक दिया गया, जिससे वार्डवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी मुद्दे को लेकर क्षेत्रवासियों ने 20 अगस्त से जमुना कोतमा तिराहे पर शांतिपूर्ण अनशन व धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन केवल मौखिक आश्वासन दे रहा है, जबकि उनकी मांग है कि लिखित रूप में कार्यवाही व समस्या के समाधान का आश्वासन दिया जाए। प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता न हो पाने के कारण आंदोलन लगातार जारी है। इधर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप झारिया, तहसीलदार दशरथ सिंह, थाना प्रभारी समेत पुलिस बल प्रदर्शन स्थल पर मौजूद हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस विवाद का समाधान किस प्रकार करता है।
इनका कहना है।
यह मामला नगर पालिका परिषद कोतमा का है कुछ टेक्निकल कारण से पानी टंकी का निर्माण कार्य पर रोक लगा हुआ है, जिस संबंध में वार्तालाप जारी है।
दशरथ सिंह, तहसीलदार, कोतमा

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