नही मिला न्याय तो गरीब ने लगा ली फांसी? क्या मरने के बाद पुलिस दर्ज करेगी एफआईआर

शिकायत के बाद भी पुलिस नहीं की कार्यवाही, दबंग नेता का संरक्षण


अनूपपुर(सीतेंद्र पयासी)। जिले के कोतमा थानांतर्गत निगवानी क्षेत्र के ग्राम छुलहा में गरीब के फांसी लगाते ही नेता जनप्रतिनिधि, ग्रामवासी परिजन सभी ने एक सुर में पूरे मामले में कोतमा पुलिस को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाए कि गरीब की पहले सुनवाई कर लिए होते तो वो फांसी तो नहीं लगाता, जब गरीब फांसी लगा लेता है तब पुलिस अपना पिंड छुड़ाने के लिए एफआईआर का आश्वासन देती है। घटना ग्राम छुलहा का मामला है। जहां बहोरी साहू पिता छोटवा साहु उम्र 45 साल निवासी ग्राम छुलहा थाना कोतमा ने अपनी पत्नी के छुलहा उप सरपंच पति रामलखन त्रिपाठी से अवैध संबंध के कारण फांसी लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली है। घटना के बाद परिजन व ग्रामवासी मृतक के शव को कमरे में बंदकर धरना देकर बैठ गए।

नही मिला न्याय गरीब ने लगा ली फांसी 

परिजनों व ग्रामवासियों का आरोप है कि युवक के साथ सरपंच पति और उनके पुत्रों ने 13 अगस्त को मारपीट की थी जिसकी शिकायत कोतमा थाने में की गई थी। जब परिजनों को 14 अगस्त को पता चला और उन्होंने लखन त्रिपाठी के लड़कों से मारपीट का कारण पूंछा तो गांव के 5 से 7 लड़कों के साथ पुनः मारपीट की गई जिसकी शिकायत 15 अगस्त को कोतमा थाना में की गई मगर दूसरे पक्ष के आते ही पीड़ितों का न मेडिकल कराया गया न उनकी एफआईआर दर्ज की गई न कोई कार्यवाही हुई। यहां तक कि थाना परिसर में ही युवकों को धमकी मिली। मगर कोतमा पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की जिस कारण युवक ने फांसी लगा ली। परिजन व ग्रामवासी शव को फांसी से नहीं उतरने दे रहे थे व धरना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। दोषी पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे। घटना स्थल पर पुलिस मौजूद रही जहां पुलिस के सामने मुर्दाबाद के नारे लगे हैं।

ग्रामीणों का आक्रोश

ग्रामीण और परिवार जनों का कहना है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि मृतक को न्याय मिले और साथ ही ग्रामीण जनों ने मांग की है कि मृतक परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाए। ग्रामीणों में आक्रोश और भारी भीड़ के साथ-साथ बिगड़ते हुए माहौल को देखते हुए धरना स्थल पर हालात बिगड़ते देख राजनगर,बिजुरी,कोतमा थानों के प्रभारी सहित पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रही।

जनप्रतिनिधियों ने खड़े किए सवाल

इस घटना की सूचना पर कोतमा विधानसभा के पूर्व विधायक सुनील सराफ एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य मंगलदीन साहू, कोतमा जनपद अध्यक्ष अभिषेक सिंह, भाजपा कोतमा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजेश वर्मा,दीपनारायण उर्मलिया सहित जनप्रतिनिधि व ग्रामीण धरने पर बैठे व कोतमा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए पुलिस की मौजूदगी में पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगे। उक्त घटना से एक बार फिर प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि जब मृतक ने पहले ही शिकायत की थी, तब कार्रवाई क्यों नहीं की गई? ग्रामीणों का कहना है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वे धरना जारी रखेंगे।

इनका कहना है।

घटना की सूचना पर मौका स्थल पर आए है जहां अवैध संबंध के कारण आत्महत्या की बात सामने आ रही है। जनप्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद है उनसे भी बात हुई है। पूर्व की शिकायत पर एफआईआर और मर्ग की जांच के बाद धारा बढ़ाने की बात पर शव उतारकर पोस्टमार्टम की सहमति बनी है। 15 अगस्त की शिकायत की जांच के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर डे ऑफिसर भी वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।

रत्नांबर शुक्ला, थाना प्रभारी, कोतमा

Post a Comment

Previous Post Next Post