केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम जो 0 से 18 वर्ष तक के बच्चो के लिए वरदान साबित हो रही है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने शहडोल जिले की ग्राम तिखवा निवासी उपासना सिंह के जीवन में नई रोशनी लाई है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत उपासना सिंह का निःशुल्क जाँच एवं उपचार कराया गया। इस योजना के तहत स्वास्थ्य टीम ने विद्यालय में पहुँचकर प्रारंभिक जांच की और उपासना को आगे की चिकित्सा सुविधा हेतु चिन्हित किया। जांच में पाया गया कि उपासना सिंह को हीमोग्लोबिन की कमी है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासो से सिविल अस्पताल ब्यौहारी में ब्लड की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए ब्लड चढ़वाया गया। अब उपासना सिंह पूर्णतः स्वस्थ्य है और विद्यालय भी जा रही है।
उपासना सिंह और उनके परिवार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना जरूरतमंद बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है।
आर.बी.एस.के. योजना का उद्देश्य बच्चों में जन्मजात विकलांगता, बीमारियो तथा विकास से कमी संबंधित समस्याओ की पहचान कर समय पर उपचार उपलब्ध कराना है। शहडोल जिले में योजना के माध्यम से लगातार उपचार मिलने से उनकेे जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

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