राजीव शर्मा जी ने समाज के लिए कई आवश्यक सूत्र दिए जिससे देश मे परिवर्तन आ सकता और एक सक्षम भारत बन सकता है ।शर्मा जी ने अपनी रचनाओं का खुले मन पाठ किया और मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष कुलपति प्रो राम शंकर ने विश्वविद्यालय की सृजन शीलता नवाचारों के निरन्तर बढ़ते प्रयोग और फिनसिंग स्कूल की परिकल्पना के नए कदमो से सदन को अवगत कराया। और प्रशाशन का हेल्थ और सामाजिक सरोकारों में मुख्य हृदय रोग की उत्तम स्वास्थ्य व्यवथा पर जोर देते हुए कहा कि निश्चय ही शहडोल के प्रशासन के द्वारा उठाए गए इन कदमों में विश्वविद्यालय उनके साथ खड़ा है और जन जागरूकता से जुड़े सेमिनार ,सामाजिक कार्य, जागरण कर के आप का साथ देगा।उन्होंने विश्वविद्यालय क्लब कल्चर पर प्रकाश डालते हुए उसकी सफलता और वदलाव पर अपने विचार रखे प्रो नीलमणि दुवे उनके सेवा के वर्ष समाप्ति पर बधाई देते हुए कहा कि आप सेवानिवृत्त के बाद भी विश्वविद्यालय को रचनात्मक सहयोग प्रदान करती रहेगी ऐसा मेरा विश्वास है। श्री डी सी सागर ने श्री रामचरित मानस के लंकाकांड में वर्णित राम रावण युध्द में जिस रथ की बात राम जी ने की उसका उदाहरण समाज के नैतिक और सामाजिक दायित्व से जोड़ कर दिया। श्री राम वदन पाण्डे ने समाज के जन जागरण की बात करते हुए कहा कि हमारे सनातन और आर्ष ग्रंथो में वर्णित सदाचार की परिणित समाज मे तब दिखती है जब विद्रोही सन्यासी जैसे उपन्यास लिखे जाते है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार की ओर से अभिनंदन पत्र स्मृति चिन्ह सभी उपस्थित अतिथियों द्वारा सौपा गया।और सम्मान किया गया ।उपस्थित समस्त अतिथियों का सम्मान स्मृति चिन्ह प्रदान कर हिदी विभाग द्वारा किया गया।कार्यक्रम के अंत मे व्योहारी से पधारी सास्कृतिक एवं सामाजिक समिति द्वारा प्रो नीलमणी दुबे का आत्मीय सम्मान किया गया।प्रो नीलमणि दुबे संकायाध्यक्ष भाषा एवं विभागाध्यक्ष हिंदी ने सभी का आत्मीय आभार ज्ञापित करते हुए सभी अतिथियों की विशिष्टता को रूपित कर उनका आभार ज्ञापित किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ दिलीप तिवारी ने किया कार्यक्रम में सभी संकायाध्यक्ष विभागाध्यक्ष प्राध्यापक सह- प्राध्यापक,सहायक प्राध्यापक अतिथि विद्वान विजिटिंग फैकल्टी सामाजिक सरोकारों से जुड़े नागरिक पेंशनर ,पत्रकार ,साहित्यकार जनों की गरिमा मयी उपस्थित में समारोह सम्पन्न हुआ।।
शहडोल। एस एन शुक्ला विश्वविद्यालय में पूर्व संभागायुक्त श्री राजीव शर्मा के सम्मान समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय के हिंदी-विभाग द्वारा आयोजित किया गया उक्त आयोजन के मुख्य अतिथि श्री राजीव शर्मा थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो राम शंकर कुलपति पंडित एस एन शुक्ला ने की।सारस्वत अतिथि के रूप में वर्तमान संभागायुक्त श्री वी एस जामोद थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री डी सी सागर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में श्री रामवदन पांडेय सामाजिक कार्यकर्ता एवं एडवोकेट उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की आराधना और अर्चना से हुई। स्वागत भाषण में कुलसचिव प्रो आशीष तिवारी जी ने सभी अतिथियों की विशिष्ट उपलब्धियो एवं उनके निजी सामाजिक अवदान को चिन्हित करते हुए आत्मीय स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राजीव शर्मा ने शहडोल क्षेत्र की आत्मीयता और संस्कृति को स्मरण करते हुए कहा मेरी माँ नर्मदा जब इस संभाग से निकल कर गुजरात तक जाती है तब किसान, जवान,और धरती सम्पन्नता की कहानी लिखते है। सोन का पानी गंगा में गिरता है तो गंगा जल मिलता है इस लिए इस संभाग के लोग पानीदार लोग है विश्वविद्यालय में जो अविरल चेतना शक्ति प्रवाहित हो रही है शक्ति भारत के भविष्य का ईमानदार व्यक्तित्व गढेगी ऐसा मेरा विश्वास है।

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