शहडोल(सीतेंद्र पयासी)। जहां एक ओर प्रशासन द्वारा शासकीय संपत्तियों को सुरक्षित करने का दावा करती है वही राजस्व की भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा प्रशासन के स्थगन को न मानते हुए मनमाने तरीके से निर्माण कार्य करने में उतारू है तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करकी में आयुर्वेदिक औषधालय के लिए आवंटित भूमि राजस्व द्वारा सुरक्षित की गई थी किंतु वह भूमि कितनी सुरक्षित है यह घटना स्थल पर जाकर देखा जा सकता है आयुर्वेदिक औषधालय के लिए आवंटित भूमि पर अतिक्रमण कार्यों द्वारा लगातार कार्य करवाया जा रहा है जिसकी शिकायत पूर्व में लोगों द्वारा की गई थी जिस पर प्रशासन द्वारा स्थगन आदेश जारी कर अन्य कार्य न करवाए जाने के निर्देश जारी किए गए थे उसके बाद भी अतिक्रमणकारियों द्वारा आयुर्वेदिक औषधालय के लिए आवंटित भूमि 0.202 हेक्टेयर जमीन पर लगातार कार्य जारी किया जा रहा है कभी रात के अंधेरे में तो कभी दिन के उजाले में ही वह कार्य संचालित रहता है जबकि स्थगन आदेश के बाद उस भूमि को सुरक्षित करने के लिए किसी भी तरह से बाउंड्री बाल का निर्माण करवा देना चाहिए किंतु लापरवाही की भी हद होती है। इसी लापरवाही की वजह से ही आज अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है और वह शासकीय भूमि पर बिना किसी डर व भय के अपना कार्य जारी रखे हुए है। जिम्मेदार जिन्हें शासकीय भूमि को सुरक्षित करने का जिम्मा सौपा गया है वह अपनी जिम्मेदारी से इस कदर मुंह मोड़ कर रखे हुए हैं कि शासकीय भूमि पर कोई भी कब्जा कर निर्माण कार्य कर सकता है अगर ऐसा नहीं होता तो जितने भी शासकीय भूमियों पर लगातार अतिक्रमणकर्ताओ द्वारा अतिक्रमण कर कार्य करवाया जाता है वह हो पाना संभव नहीं होता क्या स्थगन आदेश पर भी अतिक्रमणकारियों का दबदबा इसी तरह चलता रहेगा।
आयुर्वेदिक औषधालय के लिए आवंटित भूमि पर फिर से शुरू हुआ अवैध निर्माण
kalyug ka gotala
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