खबर का असर
राखड की गाडियां तीन थानाओ के बीच दौडने वाली गाड़ी ली लोगो की जान
शहडोल/अनूपपुर(सीतेंद्र पयासी)। जिले के कोयलांचल नगरी जमुना कोतमा,भालूमाड़ा, जैतहरी क्षेत्र में बंद पड़ी खदानों को पाटने का कार्य जैतहरी मोजर बेयर से निकलने वाले राखड़ फ्लाई एस से किया जा रहा है, जहां तेज रफ्तार ट्रक समय-समय पर कई दुर्घटनाओं को घटित करता रहा है, जिसे देखने और सुनने वाला कोई भी नहीं था, इसी कड़ी में जैतहरी मोजर बेयर पावर प्लांट से ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीपी 7699 जो जैतहरी से जमुना क्षेत्र की बंद पड़ी खदान में फ्लाई एस ओवरलोड करके आ रहा था, तभी ग्राम चोडी के भररा टोला के पास शिवप्रसाद विश्वकर्मा उर्फ गोलू उम्र 22 वर्ष को रात्रि 9 बजे जबरदस्त ठोकर मार दिया।
जिससे उसे गंभीर चोट आई और उसे अस्पताल ले जाते वक्त ही उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, जिसे पुनः परिजनों ने उसे वापस लाकर वहीं रोड पर रखकर तब से रोड जाम कर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इस दौरान रोड के किनारे चल रही और तीन बच्चीयां भी घायल हो गई, जिनमें से दो बच्चियों को कम चोट लगी थी, लेकिन एक को गंभीर चोट लगने की वजह से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया था, मौके पर एसडीओपी समस्त थाना प्रभारी तहसीलदार के साथ अन्य मीडिया कर्मी और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे, जिसे लेकर कलयुग का घोटाला समाचार पत्र द्वारा खबर प्रकाशित किया गया जिसको प्रशासन द्वारा संज्ञान में लेते हुए भालूमाड़ा एवं जैतहरी स्थानांतरण करते अन्यत्र जगह स्थानांतरित किया गया क्योंकि यही वह थाना प्रभारी है जिनसे जब राखड से भरी ओवर लोड गाडियो को लेकर बात की गई जहा पर तीन थानाओ के मध्य जिसमें जैतहरी, पैरीचुआ कोतमा और हरद/पसान भालूमाड़ा लगे हुए है उसके बाद भी राखड से भरी गाडियो पर कार्यवाही थाना प्रभारियो द्वारा कार्यवाही करने में आनाकानी की जाती थी जब इस विषय को लेकर सम्बंधित थाना क्षेत्र के प्रभारियो से बात की गई तो जैतहरी थाना प्रभारी द्वारा कहा जाता है कि बाद में आईए अभी हमारे पास समय नही है वही भालूमाड़ा थाना प्रभारी द्वारा कहाॅ जाता है हमारे थाना क्षेत्र से ओवर लोड राखड की गाडिया नही निकलती और ना हमारे थाना क्षेत्र भारी गाडिया निकलती है तो फिर जब गाडिया निकलती ही नही तो बार-बार घटनाए कैसे घट रही है। स्थानीय क्षेत्रो में जहाँ यातायात ब्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए थाना प्रभारियो को कमान सौपी जाती है पर उनके द्वारा यातायात का पालन कितनी सजगता से करवाया जाता था । यह हो रही घटनाए साबित कर रही थी। अब देखते है कोतमा थाना प्रभारी पर कबतक रहती है प्रशासन की मेहरबानी।


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