जिले के भ्रष्ट अधिकारियों से सांठ-गांठ करते हुए महीने में नजराना देकर पोकलेन एवं जेसीबी से करते हैं नदियों को छलनी
(सीतेंद्र पयासी संपादक)
भोपाल/शहडोल। शहडोल जिले में मुंबई महाराष्ट्र की सहकार ग्लोबल रेता कंपनी की शिकायतें थमने का नाम ही नहीं ले रही तभी तो ठेकेदार द्वारा जिले के ब्यौहारी एवं जयसिंहनगर तहसील क्षेत्र में आवंटित रेत खदानों से एनजीटी के नियम विरुद्ध तरीके से नियम कायदो का उल्लंघन कर जिले में पदस्थ भ्रष्ट अधिकारियों से साथ साठ-गांठ हर महीने रिश्वत के तौर पर मोटी रकम देकर पोकलेन जेसीबी मशीन द्वारा आवंटित खदानों से अत्यधिक मात्रा में रेत निकासी के संबंध में सहकार ग्लोबल रेता कंपनी द्वारा शहडोल जिले के रेत खदानों से की गई रेत निकासी वाले खदानों का सत्यापन एवं जारी टीपी का सत्यापन बरसात सत्र 202526 के पहले उच्च स्तरीय तीन गठित कर जांच कराए जाने हेतु जनहित की मांग की गई है।

उपरोक्त विषय को लेकर जनहित में आग्रह करते हुए कहा गया है कि शहडोल जिले में रेत उत्खनन का ठेका मुंबई महाराष्ट्र की सहकार ग्लोबल कंपनी को दिया गया है जिले के ब्यौहारी एवं जयसिंहनगर तहसील क्षेत्र में आवंटित रेत खदानों से नियम विरुद्ध तरीके से शासन द्वारा निर्धारित मापदंड का पालन नहीं करते हुए एनजीटी नियम कायदो को ताक में रखकर बड़ी-बड़ी जेसीबी एवं पोकलेन मशीनों द्वारा रात दिन रेत कंपनी द्वारा उत्खनन किया जा रहा है स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से हर माह करोड़ों रुपए की रॉयल्टी चोरी कर रेत कंपनी द्वारा शासन की आंखों में धूल झोककर चूना लगाया जा रहा है जिसके एवज में प्रतिमाह कमीशन बतौर मोटी रकम रेत ठेकेदार द्वारा जिले के जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों को दी जाती है जिसमें आवेदक द्वारा जिक्र किया गया कि महोदय शहडोल जिले की नदियों का अस्तित्व खतरे में है ठेकेदार द्वारा स्वीकृत मात्रा से अधिक रेत खदानों से निकासी कर नदियों को छलनी कर दिया है जिससे जलीय जीवों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है इसी के साथ शहडोल जिले अंतर्गत मुंबई महाराष्ट्र की सहकार ग्लोबल रेत कंपनी को जिले के तहसील ब्यौहारी एवं जयसिंहनगर क्षेत्र की आवंटित खदानों से रेत निकासी का सत्यापन उच्च स्तरीय टीम गठित कर बरसात सत्र 2025-26 के पहले कराए जाने का आदेश जारी करें जिससे दूध का दूध एवं पानी का पानी हो सके।
Post a Comment