विद्यालय प्रभारी प्राचार्य राजेश कुमार ने कहा कि मृदा जिसे हम आम बोलचाल की भाषा मे मिट्टी कहते हैं, हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है। मिट्टी के महत्व को याद रखने और उसके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है।
पर्यावरण मित्र हिमांशू तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्व मृदा दिवस का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा, कृषि के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के शमन, गरीबी उन्मूलन और सतत विकास के लिए मिट्टी के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाना है।प्रत्येक वर्ष 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है और उसकी एक थीम होती है। इस वर्ष की थीम ष्मिट्टी और पानी, जीवन का एक स्रोतष् है।इस थीम के अनुसार हमें उन उपायों को अपनाना चाहिये जिससे कि मिट्टी को जीवित रखा जा सके और उनकी उपजाऊ शक्ति बनी रहे।इस दौरान विद्यालय शिक्षक संजू प्रजापति,राखी तिवारी, राजेश रैदास ,विद्यालय विद्यार्थी आनंद मिश्रा,रघु सिंह,शेख इरफान,दीपा यादव,रजनी सिंह,अमित सिंह,शैलेन्द्र झरिया,शैलेंद्र कुमार बसोर व विद्यालय के सभी छात्र-छात्र उपस्थित रहे।

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